
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जैसे ही बजट भाषण शुरू किया, विपक्ष ने भारी हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने बजट लीक किया है। भारी हंगामा करते हुए विपक्षी सदस्य सदन के वेल में आ गए। विपक्ष ने ये भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने बजट की पुरानी लाइनें पढ़ी हैं। भारी हंगामे के कारण सदन आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं, अब यह भी जांच का विषय है कि गलती कहां और किससे हो गई। बताया जा रहा है कि कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। राजस्थान में पहली बार बजट भाषण के दौरान सदन की कार्यवाही स्थगित की गई है। जंा पड़ताल में सामने आया कि मुख्यमंत्री भाषण की शुरुआत की तो वह शेर पिछले भाषण में नहीं था, लेकिन इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना की घोषणा पिछले साल ही की गई थी।