
बीकानेर। राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता गोविंद राम मेघवाल एक बार फिर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने भारत की सबसे बड़ी धार्मिक परंपराओं में से एक कुंभ स्नान पर विवादित टिप्पणी की है। मेघवाल ने कुंभ स्नान की परंपरा को लेकर तंज कसते हुए कहा,
“मैंने दुनिया में भारत पहला देश देखा है, जहां नदी में नहाने से पाप धुल जाते हैं। यूपी के मुख्यमंत्री कहते हैं कि कुंभ की सारी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं, लोग लाखों की संख्या में नहाने के लिए पहुंचते हैं। वहां भगदड़ मचती है, हजारों श्रद्धालु मारे जाते हैं और जनता की अपार भीड़ के बीच प्रधानमंत्री भी वहां नहाने पहुंच जाते हैं। मेघवाल घड़साना में पानी की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसानों को संबोधित कर रहे थे।
*कैदियों को कुंभ स्नान करवाने की सलाह*
अपने बयान में उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “अगर नदी में स्नान करने से पाप धुलते हैं, तो जेलों में बंद सभी कैदियों को कुंभ स्नान करवाकर उन्हें छोड़ देना चाहिए।” मेघवाल का यह बयान न केवल धार्मिक आस्थाओं पर चोट करता दिखा, बल्कि इसने सियासी गलियारों में भी हलचल मचा दी है।
*भजनलाल सरकार को भी घेरा*
गोविंद राम मेघवाल ने इस मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए राजस्थान की भजनलाल सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने प्रयागराज में कुंभ स्नान करने गए मंत्रियों पर तंज कसते हुए कहा,जब सरकार के सारे मंत्री कुंभ में डुबकी लगा रहे हैं, तब किसान पानी के लिए संघर्ष कर रहा है।इस बयान के जरिए उन्होंने यह दिखाने की कोशिश की कि सरकार धार्मिक अनुष्ठानों में व्यस्त है, जबकि जनता की असली समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
*क्या यह बयान कांग्रेस के लिए बनेगा नया सिरदर्द?*
यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के किसी नेता ने धार्मिक मुद्दों पर विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी कई बार कांग्रेस नेताओं के हिंदू धर्म और परंपराओं पर कटाक्ष करने वाले बयान पार्टी के लिए भारी पड़े हैं। ऐसे में गोविंद राम मेघवाल का यह बयान कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है।