
बीकानेर। जिले के लूणकरणसर के अरजनसर क्षेत्र निवासी अजय गोदारा का एक मार्मिक वीडियो सामने आया है, जिसमें उसने यूक्रेन के जंग के मैदान से अपनी जान बचाने की गुहार लगाई है। अजय पढ़ाई के लिए स्टडी वीज़ा पर यूक्रेन गया था, लेकिन उसका आरोप है कि वहां किचन में काम दिलाने का झांसा देकर उसे सेना में भर्ती कर बॉर्डर पर भेज दिया गया।
अजय का कहना है कि उसके साथ गए सदीप, अंकित और विजय भी इसी स्थिति में फंसे हैं। उसने वीडियो में बताया कि युद्धक्षेत्र में हालात बेहद भयावह हैं और एक साथी की मौत भी हो चुकी है। अजय ने आशंका जताई है कि कभी भी उसकी जान जा सकती है। वीडियो में उसने भारत सरकार से जल्द से जल्द मदद पहुंचाने की गुहार लगाई है।
इस पूरे मामले ने अजय के परिवार को गहरी चिंता और सदमे में डाल दिया है। परिजन लगातार अधिकारियों और प्रतिनिधियों से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं ताकि अजय और उसके साथी सुरक्षित स्वदेश लौट सकें।
अजय की यह अपील न केवल एक परिवार के दर्द को बयां करती है बल्कि एक बड़ा मानवीय सवाल भी खड़ा करती है। शिक्षा और रोजगार के सपनों के लिए विदेश गए भारतीय युवाओं को आखिर किस आधार पर जंग के मैदान में झोंका जा रहा है? यह सवाल अब सरकार और अंतरराष्ट्रीय मंचों के सामने भी उठ खड़ा हुआ है।