बीकानेर। ग्राम पंचायत खारा में वायु प्रदूषण लगातार विकराल रूप लेता जा रहा है। धुआं और धूल के बादल हर समय गांव को घेरे रहते हैं, जिसके चलते ग्रामीणों का स्वास्थ्य गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है। अस्थमा, एलर्जी और सांस संबंधी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। साथ ही गांव की वनस्पति और जीव-जंतु भी समाप्ति की कगार पर पहुंच गए हैं।ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को सौंपे ज्ञापन में बताया कि गांव के बिल्कुल नजदीक मिनरल जोन का संचालन नियम विरुद्ध है। आरएसपीसीबी जयपुर के जांच दल ने भी इसे आबादी क्षेत्र से शिफ्ट करने की अनुशंसा की है। स्थिति यह है कि मिनरल जोन से महज 100 मीटर की दूरी पर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, उप स्वास्थ्य केंद्र और पेयजल की डिग्गी स्थित है,जो गंभीर रूप से प्रदूषित हो रहे हैं। इससे स्कूली बच्चों, मरीजों, पशुधन और पूरे गांव की जीवनशैली पर घातक प्रभाव पड़ रहा है।ग्रामीणों ने बताया कि कई फैक्ट्रियां पराली जैसे प्रतिबंधित ईंधन का उपयोग कर रही हैं और रिको क्षेत्र की इकाइयां भी नियम विरुद्ध भारी मात्रा में प्रदूषण फैला रही हैं। इसका दुष्प्रभाव आस-पास के कई गांवों तक फैल चुका है।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन इस गंभीर समस्या का समाधान करते हुए मिनरल जोन को अन्यत्र स्थानांतरित नहीं करता और बाकी औद्योगिक इकाइयों को प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए पाबंद नहीं करता, तो वे आगामी सोमवार से अपने बच्चों को किसी भी स्कूल में नहीं भेजेंगे।इसके बाद भी सुनवाई नहीं हुई तो खारा के सभी ग्रामीण अपने जान-माल के साथ गांव छोड़कर कलेक्ट्रेट परिसर में सामूहिक रूप से पड़ाव डालेंगे।लगातार बिगड़ती पर्यावरणीय स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।