बीकानेर ।स्टडी वीजा, किताबें और बेहतर भविष्य यही सपना लेकर अरजनसर का युवक अजय गोदारा रूस गया था। लेकिन लौटकर आया तो काफिन में । रूस-यूक्रेन युद्ध ने लूणकरणसर के इस नौजवान की ज़िंदगी छीन ली।परिजनों का आरोप है कि अजय को किचन के काम का झांसा देकर पैसे का लालच दिखाया गया और सेना में भर्ती कर सीधे यूक्रेन बॉर्डर पर युद्ध की आग में उतार दिया गया। तीन महीने की ट्रेनिंग का वादा था, मगर चार दिन में ही जंग के मैदान में भेज दिया गया।
मौत से पहले अजय ने दो वीडियो बनाए, जो अब गांव में हर आंख नम कर रहे हैं। वीडियो में अजय कहता है कि हम यहां आए तो स्टडी वीजा पर थे लेकिन हमें युद्ध के मैदान में उतार दिया गया अजय ने वीडियो जारी कर बताया भी था यह हमारा लास्ट वीडियो हो सकता है।सात दिन पहले मौत की मेल आई।अजय के परिजन आज दिल्ली से उसका शव लेकर अर्जुन सर पहुंचे जहां उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। अजय गोदारा की मौत की खबर के बाद गांव में मातम पसरा है, गांव में हर कोई मानो पूछ रहा है कि क्या विदेश में पढ़ाई के नाम पर गए भारतीय युवाओं की ज़िंदगी इतनी सस्ती है?परिजनों ने इस मामले को लेकर स्थानीय नेताओं से भी भी मदद मांगी थी। अब ग्रामीण सरकार से मांग कर रहे हैं कि इस दर्दनाक सच्चाई की जांच हो, ताकि किसी ओर का लाल जंग की भेंट न चढ़े।