
बीकानेर । सबसे व्यस्त इलाकों में शुमार कोतवाली थाना क्षेत्र मदान मार्केट सहित यह पूरा इलाका अब किसी बाजार से ज्यादा एक बमों की फेक्ट्री में बदल चुका है। स्वर्ण व्यवसाईयों द्वारा दुकानों की फर्श के नीचे और तहखानों में अवैध गैस गपांच सिलेंडरों का अंधाधुंध भंडारण कर आसपास के पूरे इलाके के लोगों की जान सांसत में डाल दी है। बिना अनुमति, बिना सुरक्षा मानकों के ये सिलेंडर न केवल कानून का मज़ाक उड़ा रहे हैं बल्कि हर नागरिक की ज़िंदगी को खतरे में डाल रहे हैं।आज सुबह सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र की मदान मार्केट में एक अंडरग्राउंड दुकान में गैस सिलेंडर विस्फोट ने पूरे इलाके को दहला दिया। इस भीषण हादसे में दो लोगों सचिन और असलम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि करीब एक दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों में विनोद सोनी (35), दीपक (32), शुभम सिंह (40), सुशील सोनी (60), शाहबुद्दीन (35), उत्तम (30) और समीर (18) शामिल हैं, जिनकी हालत नाज़ुक बनी हुई है।हादसे के बाद जब राहत और बचाव कार्य शुरू हुआ, तो चौंकाने वाला सच सामने आया। इस मार्केट से पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने करीब पांच सिलेंडर बरामद किए। यही नहीं, आसपास की कई दुकानों में भारी मात्रा में सिलेंडर जमा किए गए हैं, जिसे हादसे के बाद व्यापारी चुपचाप हटाते देखे गए।स्थानीय निवासियों का कहना है कि वे “बारूद के ढेर” पर बैठे हैं। क्षेत्र में अवैध रूप से सिलेंडरों का इस्तेमाल और भंडारण धड़ल्ले से किया जा रहा है। इस लापरवाही के चलते आज जो हुआ, वह एक बड़े खतरे की छोटी झलक हो सकती है। प्रशासन और पुलिस की लापरवाही पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, आज सुबह हुए भीषण गैस ब्लास्ट ने इस खतरे की एक झलक भर दी,लेकिन असली सवाल यह है कि क्या अब भी प्रशासन जागेगा? मदान मार्केट में जो हुआ, वह कोई हादसा नहीं था, बल्कि एक चेतावनी थी कि अगर अब भी अवैध सिलेंडरों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो अगला धमाका और भी बड़ा हो सकता है।