बीकानेर। जिले के देशनोक थाना इलाके में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। प्रसाद-नमकीन की दुकान चलाने वाले युवक का अपहरण कर उसे रातभर बंधक बनाया गया, बेरहमी से पीटा गया और अधमरी हालत में सड़क किनारे फेंक दिया गया। 15 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद युवक ने दम तोड़ दिया। अब यह मामला हत्या में तब्दील हो गया है।परिवादी लक्ष्मीनारायण सियाग (21) पुत्र मोटाराम, निवासी वार्ड 14 पांचू ने देशनोक थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसने बताया कि उसका भाई अशोक सियाग देशनोक में शिव मंदिर के पीछे प्रसाद-नमकीन की दुकान चलाता था।
29 नवंबर की रात करीब 9:15 बजे नरसीराम, जगदीश पुत्र केशुराम गोदारा, ओमप्रकाश गोदारा, सीताराम, गोपाल सारण व हरी सारण बोलेरो कैंपर में आए और अशोक को जबरन उठा ले गए।आरोप है कि अशोक को पूरी रात बंधक बनाकर पीटा गया। बाद में उसे गोपाल सारण की ढाणी, गांव चिताणा (नोखा) ले जाया गया, जहां लोहे की रॉड, लाठियों और सरियों से बेरहमी से हमला किया गया।
हमले में उसके शरीर पर कई गहरे जख्म आए। आरोपियों ने मारपीट का वीडियो भी बनाया। मारपीट की इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि केंपर सवार आरोपी अशोक को दुकान से बाहर खींचते हैं, लाठी-डंडों व सरियों से पीटते हैं और जबरन गाड़ी में डालकर ले जाते हैं।अगली सुबह करीब छह बजे अशोक को बेहोशी की हालत में चिताणा गांव की रोही में फेंक दिया गया। राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने उसे देशनोक अस्पताल पहुंचाया। होश में आने पर अशोक ने पूरी आपबीती पुलिस को बताई।पहले पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमले का मामला दर्ज किया था, लेकिन उपचार के दौरान अशोक की मौत हो जाने से अब मामला हत्या में दर्ज कर लिया गया है।प्रथम दृष्टया यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा बताया जा रहा है।घटना के बाद परिजनों में भारी आक्रोश है। उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।देशनोक थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।