
बीकानेर। जिले के नोखा में जोरावरपुरा ट्रीटमेंट प्लांट पर तैनात सफाई कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। मृतक कालूराम वाल्मीकि कल दोपहर से STF प्लांट पर तैनात था। बताया जा रहा है कि रात करीब 10 बजे तक घर नहीं पहुंचा तो परिजनों को चिंता हुई और उन्होंने उसकी तलाश शुरू की। इस दौरान प्लांट के पास उसका मोबाइल और जूते मिले, जिससे गंदे पानी के गड्ढे में गिरने का अंदेशा गहरा गया।
सुबह प्लांट के गड्ढे से कालूराम का शव बाहर निकाला गया और जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। हादसे की सूचना मिलते ही वाल्मीकि समाज के लोग बड़ी संख्या में नवलीगेट सड़क मार्ग पर जमा हो गए और शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर स्थिति तनावपूर्ण होते देख सीओ हिमांशु शर्मा स्वयं पहुंचे और समाज के मौजीज लोगों से बातचीत कर माहौल शांत करने का प्रयास किया।
मृतक कालूराम की असमय मौत से समाज में आक्रोश व्याप्त है। परिजनों और समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि ट्रीटमेंट प्लांट पर सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर कोई पर्याप्त इंतजाम नहीं होते। यही लापरवाही इस दर्दनाक हादसे का कारण बनी।
वहीं, मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा, परिवार को सरकारी नौकरी तथा प्लांट पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अस्पताल परिसर में भी वाल्मीकि समाज के लोगों ने धरना शुरू कर दिया। सैकड़ों लोग वहां जुट गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
फिलहाल प्रशासन और समाज के बीच वार्ता का दौर जारी है। पुलिस ने हालात पर नियंत्रण बना रखा है, लेकिन समाज के लोग अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।