
बीकानेर। प्राध्यापक स्कूल शिक्षा कॉमन सीनियरिटी संघर्ष समिति के बैनर तले पिछले पांच दिन से शिक्षा निदेशालय के सामने चल रहे अनिश्चितकालीन धरने ने आज नया मोड़ ले लिया। प्रदर्शनकारी प्राध्यापकों ने निदेशालय परिसर में झाड़ू निकालकर अनोखे अंदाज में विरोध दर्ज कराया।
प्रदेशभर से पहुंचे प्राध्यापकों ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि राजस्थान शिक्षा नियम 2021 की गलत व्याख्या के कारण वर्ष 2015 की भर्ती से चयनित 13 हजार से अधिक प्राध्यापकों की पदोन्नति में गंभीर विसंगतियां उत्पन्न हो गई हैं।
उनका आरोप है कि समान भर्ती में चयनित 19 विषयों के प्राध्यापकों की वरिष्ठता अलग-अलग नियुक्ति आदेशों के आधार पर तय कर दी गई, जिससे कुछ विषयों के प्राध्यापकों को तुरंत पदोन्नति मिल रही है, जबकि कई विषयों के शिक्षकों को 6-7 वर्षों तक अवसर ही नहीं मिलेगा।
संघर्ष समिति की मांग है कि डीपीसी में समान पद पर चयनित सभी विषयों के प्राध्यापकों की वरिष्ठता को समान मानकर उपप्राचार्य पद पर पदोन्नति दी जाए।