
बीकानेर। राजनीति की भीड़भाड़, जिम्मेदारियों का बोझ और सत्ता की चमक इन सबके बीच जब कोई नेता अपने पुराने रिश्तों को नहीं भूलता, तो वह इंसानियत का सबसे सुंदर चेहरा बनकर सामने आता है। मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने भी कुछ ऐसा ही करके दिखाया।
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा कल देर रात से बीकानेर के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने गंगापुरा, सांखला फांटे के पास बनी नकली खाद की दो फेक्ट्रियों पर छापेमारी की कार्रवाई कर लगभग 65 हजार नकली खाद के कट्टे जब्त किए। आज सुबह अपने एक पुराने दोस्त से भी मिले दरअसल बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई के दिनों का वह दौर जब देश में आपातकाल लगा था, हर तरफ डर और सन्नाटा पसरा हुआ था। उसी कठिन घड़ी में एक साधारण युवक नारायण ने दोस्ती का ऐसा फर्ज निभाया, जिसे डॉ. किरोड़ी आज भी नहीं भूल पाए। कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा को छिपाने से लेकर देखभाल करने तक, नारायण ने उस दौर में अपनी पूरी निष्ठा से मित्रता निभाई।आज वक्त ने करवट ली है। नारायण की माली हालत खराब है, अकेलापन उन्हें भीतर से तोड़ रहा है। लेकिन जैसे ही यह खबर डॉ. किरोड़ी तक पहुंची, वे बिना देर किए मित्र के दरवाजे तक पहुंचे।
नारायण की आंखें छलक पड़ीं, गले लगकर कहा डॉ. साहब मेरे लिए कृष्ण जैसे हैं। सुदामा की कुटिया में पधारना आज के जमाने में बहुत बड़ी बात है। आज तो अपने भी भूल जाते हैं।
डॉ. किरोड़ी ने न केवल उनकी आर्थिक मदद की बल्कि दिलासा भी दिया कि जीवन में कभी अकेले नहीं हैं। यह दृश्य देख हर किसी की आंखें नम हो गईं।
राजनीति के शोर-शराबे के बीच यह मुलाकात मानो इंसानियत और दोस्ती की सबसे संवेदनशील तस्वीर बनकर उभर आई।