

बीकानेर। कांग्रेस संगठन में बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। शहर और देहात कांग्रेस को अगले एक महीने के भीतर नए अध्यक्ष मिलेंगे। यह चयन सभी की रायशुमारी और संतुलन को ध्यान में रखकर किया जाएगा। पार्टी युवाओं, महिलाओं और विभिन्न समाजों के जातीय अनुपात को प्राथमिकता देगी।
*रायशुमारी से बनेगा नया नेतृत्व*
कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव पर्यवेक्षक राजेश लीलोठिया ने बुधवार को बीकानेर कांग्रेस कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि अध्यक्ष का चयन सर्वसम्मति और सक्रियता के आधार पर होगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल जिला स्तर पर संगठन में बदलाव की प्रक्रिया जारी है, इसके बाद राज्य स्तर पर भी नए बदलाव देखने को मिलेंगे।
*जिसकी जितनी संख्या, उसे उतना प्रतिनिधित्व*
लीलोठिया ने कहा कि राहुल गांधी का स्पष्ट संदेश है ,जहां जिसकी जितनी संख्या, वहां उतना प्रतिनिधित्व।” यही सिद्धांत कांग्रेस को जमीनी स्तर पर और मजबूत करेगा। संगठन सृजन अभियान का उद्देश्य युवाओं, किसानों, श्रमिकों और वंचित वर्गों को पार्टी से दोबारा जोड़ना है। उन्होंने बताया कि बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की आवाज को संगठन के शीर्ष स्तर तक पहुंचाने की योजना है।
*30 नामों में से बनेगा 6 सदस्यीय पैनल*
पर्यवेक्षक ने बताया कि शहर और देहात कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए लगभग 30 नामांकन प्राप्त हुए हैं। इनमें से सर्वसम्मति और सक्रियता के आधार पर छह-छह नामों का पैनल तैयार कर हाईकमान को भेजा जाएगा। अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व करेगा।
युवाओं और महिलाओं को प्राथमिकता
लीलोठिया ने कहा कि कांग्रेस अब नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ना चाहती है। योग्य, सक्रिय और जमीनी कार्यकर्ताओं को नेतृत्व की जिम्मेदारी दी जाएगी। जो अध्यक्ष नहीं बन सकेंगे, उन्हें अन्य संगठनों में जिम्मेदारी दी जाएगी ताकि हर कार्यकर्ता की भूमिका बनी रहे।
प्रेस वार्ता के दौरान विधायक शिमला नायक, मनीष मक्कासर, अंकित, शहर अध्यक्ष यशपाल गहलोत, देहात अध्यक्ष बिशनाराम सियाग और पूर्व मंत्री गोविन्दराम मेघवाल सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।