
बीकानेर। यह कोई धोबी घाट या घर का बाथरूम नहीं, बल्कि जलदाय विभाग का दफ्तर था, जहां बुधवार को महिलाओं ने पानी की किल्लत पर अपना गुस्सा ऐसे उतारा कि देखने वाले दंग रह गए। खाली मटके लेकर पहुंचीं, महिलाओं ने मटकों को फोड़ा और फिर दफ्तर में ही कपड़े धोने बैठ गईं। दरअसल पानी की बूंद-बूंद को तरस रही गुरुद्वारा कॉलोनी वार्ड 55 की महिलाओं ने तक हारकर जलदाय विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों को सबक सिखाने का अनोखा तरीका अपनाया। खाली मटके लेकर पहुंचीं और गुस्से में उन्हें वहीं फोड़ डाला। फिर क्या था,महिलाएं बैठ गईं दफ्तर में ही कपड़े धोने!विरोध कर रही लालगढ़ इलाके की आरती, गुरुमीत, शांति देवी, परमजीत कौर, अमनप्रीत, राजेंद्र कौर और ऊषा ने अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई।इस दौरान कांग्रेस नेता जावेद परिहार भी उनके साथ थे। उन्होंने बताया कि पिछले 55नंबर वार्ड में पिछले काफी समय से पानी की सप्लाई नहीं हो रही । क ई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों को इस बारे में अवगत भी करवाया गया लेकिन अधिकारियों ने कोई सुनवाई नहीं की। तक हारकर हमें यह रास्ता अपनाना पड़ा। प्रदर्शन का यह नया अंदाज़ देखकर जलदाय विभाग के अधिकारी भी हक्के-बक्के रह गए। आनन-फानन में कर्मचारियों से बात कर पानी की सप्लाई आधा घंटा बढ़ाने का आश्वासन दिया और सफाई दी कि टेल एरिया है, इसलिए पानी आपूर्ति में दिक्कत आ रही है।इलाके की महिलाओं ने साफ कह दिया अगर पानी नहीं मिला तो अगली बार न सिर्फ कपड़े, बल्कि दाल-रोटी भी इसी दफ्तर में पकाएंगे।