
बीकानेर। शादियों का सीजन हालांकि अभी दूर है लेकिन साइबर ठगों ने आनलाइन शादी के कार्ड के नाम पर नया हथकंडा अपना लिया है। अगर आपके पास किसी अनजान नंबर से व्हाट्सएप पर शादी का निमंत्रण कार्ड एंड्रायड एप्लीकेशन किट (APK) फाइल के रूप में आए, तो सतर्क हो जाइए। बीकानेर समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी कई शिकायतें पुलिस के पास पहुंच चुकी हैं, जिसमें एपीके फाइल पर क्लिक करते ही लोगों का मोबाइल हैक कर उनका बैंक खाता खाली कर दिया गया।
शादी के कार्ड को लेकर आनलाइन ठगी का पहला मामला कोलायत के व्यापारी ओमप्रकाश रामावत के पास भी ऐसा मैसेज आया। उन्होंने शादी का निमंत्रण कार्ड समझकर उस फाइल को ओपन कर लिया। ओपन करने के कुछ समय बाद ही उनके पास पीएनबी बैंक का मैसेज आया कि आपके खाते से 10 हजार रुपए निकाले गए हैं। 3 मिनट में यह मैसेज 6 बार आया और उनके खाते से कुल 60 हजार रुपए निकल गए। वह पंजाब नेशनल बैंक पहुंचे और अपने खाते के ट्रांजेक्शन बारे में जब पूछा तो उन्हें पता चला कि वह साइबर ठगी के शिकार हो चुके हैं। उनके खाते में 2 लाख 70 हजार रुपए बैलेंस था। यह तो गनीमत रही कि उनके एटीएम की लिमिट एक लाख रुपए थी ओर उन्होंने 40 हजार उसी दिन एटीएम से किसी को पेमेंट किया था, वरना उनके खाते से पूरे एक लाख रुपए निकल जाते।
ओमप्रकाश ने इस ठगी की साइबर क्राइम शाखा में ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराई है। इसी तरह का दूसरा वाकिया गुरुवार को मढ़ गांव के राजेंद्र रामावत के साथ में हुआ। उसके पास भी वही एप्लीकेशन आई। जैसे ही उसने एप्लीकेशन को खोला तो उसका मोबाइल हैक हो गया। संयोग से वह उस समय कोलायत बाजार में ही था वह तुरंत पीएनबी बैंक पहुंचा और बैंक कर्मचारियों को अपनी बात बताई। क्योंकि ऐसी घटना एक दिन पहले ही हुई थी तो बैंक के कैशियर राम अवतार सेन व कमल सिंह ने तत्परता दिखाते हुए उसके खाते को तत्काल सीज कर दिया। जिसके कारण राजेंद्र रामावत के पैसे नहीं निकल पाए।
हाल के दिनों में शादी के कार्ड को लेकर हुई इन घटनाओं को लेकर साइबर थाने के प्रभारी निरीक्षक रमेश सर्वटे ने बताया कि यह एक नई तरह की साइबर ठगी है जिसमें अपराधी खुद को जानकार या मित्र बताकर शादी के कार्ड के नाम पर APK फाइल भेजते हैं। जैसे ही कोई यूजर इस फाइल को डाउनलोड करता है, उसके फोन में मैलवेयर इंस्टॉल हो जाता है और वह पूरी तरह से ठगों के कब्जे में आ जाता है।
*क्या है एपीके फाइल?*
APK (Android Package Kit) फाइलें एंड्रायड डिवाइसेस पर एप्लिकेशन इंस्टॉल करने का माध्यम होती हैं। लेकिन साइबर ठग इसका इस्तेमाल एक स्पाइवेयर एप के रूप में कर रहे हैं, जिससे वे यूजर्स के बैंक डिटेल, ओटीपी, कैमरा, माइक्रोफोन, जीपीएस, मैसेज तक की पूरी जानकारी चुरा लेते हैं। यह फाइल मोबाइल में कोई आइकन भी नहीं दिखाती, जिससे पीड़ित को शक भी नहीं होता।
*ऐसे बचें इस साइबर जाल से:*
किसी अनजान नंबर से आए शादी के कार्ड या APK फाइल पर क्लिक न करें।
व्हाट्सएप, ईमेल या मैसेज पर आए किसी अज्ञात लिंक को न खोलें।
अपने फोन में एंटीवायरस, स्पैम डिफेंडर और एंटी स्पाइवेयर जरूर रखें।
मोबाइल को ऑटो डाउनलोड मोड पर सेट न करें।
व्हाट्सएप में टू-स्टेप वेरिफिकेशन चालू रखें।
किसी भी साइबर ठगी की घटना के तुरंत बाद 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करें।
*सतर्क रहेंगे, तो सुरक्षित रहेंगे।*
शादी के कार्ड के बहाने आने वाली एपीके फाइलें मोबाइल को निशाना बनाकर आपकी मेहनत की कमाई तक पहुंच बना सकती हैं।