बीकानेर।आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड AGIF में कैप्टन बताकर देशभर के जवानों को लोन पर सब्सिडी दिलवाने का झांसा देकर एक भगोड़ा पूर्व क्लर्क ने करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया। आरोपी सागर गुलेरिया ने अब तक करीब 5 करोड़ रुपये की ठगी की है, जिसमें 48 जवान शिकार बने हैं। इनमें बीकानेर में तैनात दो जवान मोहित कुमार पंजाब निवासी और मृण्मय पांडा भी शामिल हैं, जिन्हें 14-14 लाख रुपये के लोन दिलवाने का झांसा देकर उनकी पूरी राशि हड़प ली गई।सागर गुलेरिया, जो पहले सेना में क्लर्क था लेकिन भगोड़ा घोषित हो चुका है, खुद को AGIF का कैप्टन बताकर जवानों से संपर्क करता था। वह 60-70% सब्सिडी का लालच देकर उनके दस्तावेज, बैंक डिटेल और OTP हासिल करता और फिर लोन की राशि अपने खातों में ट्रांसफर करवा लेता।बीकानेर के सदर थाने में इस मामले की शिकायत 17 जून को दर्ज की गई थी। जांच अधिकारी सहायक निरीक्षक अशोक अदलान ने बताया कि तफ्तीश में आरोपी की पहचान हरियाणा के पंचकूला निवासी सागर गुलेरिया के रूप में हुई, जिसे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था। उसे बीकानेर लाकर दो दिन की पुलिस रिमांड में पूछताछ की गई, जिसमें कई चौकाने वाली जानकारियां सामने आईं।पूछताछ में खुलासा हुआ कि सागर ने लोन की पूरी रकम शेयर बाजार में निवेश की, जिसमें उसे भारी घाटा हुआ। आरोपी ने किसी भी जवान को 14 लाख से कम का लोन नहीं दिलवाया, और यह पूरा फर्जीवाड़ा एक पूर्व-योजित साजिश थी।सागर गुलेरिया के खिलाफ पहले से राजस्थान, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में कई मुकदमे दर्ज हैं। बीकानेर पुलिस ने फिलहाल उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, हालांकि अब तक ठगी की गई राशि बरामद नहीं हो सकी है।पुलिस की टीम अब आरोपी के बैंक खातों और निवेश की कड़ियों को खंगाल रही है, ताकि पीड़ित जवानों की राशि की बरामदगी की जा सके।