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बीकानेर: ब्लेक आउट के चलते बदली शादी की घड़ी, अब दिन में हो रहे आयोजन, सीमित हो रहे  मेहमान

बीकानेर: ब्लेक आउट के चलते बदली शादी की घड़ी, अब दिन में हो रहे आयोजन, सीमित हो रहे मेहमान

बीकानेर. अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तनाव के माहौल को देखते हुए क्षेत्र में पुलिस तथा प्रशासन की सख्ती बढ़ गई है। सुरक्षा की दृष्टि से जिलेभर में रात्रि को ब्लैक आउट है।ऐसे में रात्रि को लाइट नहीं जलाने के आदेश जारी किए गए हैं। हालांकि विवाह वाले घरों में खुशियां बरकरार है और शादी रात्रि की बजाय दिन में कर रहे है।

लोगों का कहना है कि देश की सेवा के लिए मुहुर्त बदलवा लिया है।ऐसा ही एक उदाहरण सोनगिरी कुआ निवासी राम सोनी की पुत्री मोनिका की शादी 12 मई की रात को होनी है, लेकिन भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद घोषित सीजफायर के बावजूद देशभर में जारी तनावपूर्ण हालात ने इस शादी को भी प्रभावित किया है।प्रशासन की ओर से ब्लैक आउट के कारण विवाह का मुहुर्त बदलकर दिन में करवाया दिया है।

 

 

महिला संगीत में थिरकी मोनिका, पर मन देश के हालात में उलझा मोनिका ने महिला संगीत का आयोजन ज़रूर किया, डांस भी किया, लेकिन मन के मौजूदा हालात को लेकर एक चिंता भी थी।परिवार ने प्रशासन के निर्देशों को मानते हुए रात की जगह दिन में शादी करने का फ़ैसला लिया।ब्लैकआउट की आशंका और सुरक्षा कारणों के चलते यह निर्णय जरूरी हो गया था।

 

*सोशल मीडिया बना सहारा, बदलाव के बावजूद जोश बरकरार*

 

राम सोनी ने बताया कि समय परिवर्तन की सूचना देने के लिए उन्हें सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ा। पहले जहां बारात रात 8:15 बजे आने वाली थी, अब वह दिन में 12:15 बजे आएगी। 1000 मेहमानों में से अब सिर्फ 300 ही शादी में शामिल होंगे। शेष 700 लोगों को मिठाई के डिब्बे उनके घर भेजे जाएंगे ताकि वे भी इस खुशी का हिस्सा बन सकें। वहीं मोनिका की बहन सोनू सोनी ने बताया कि यह आसान नहीं था सारी तैयारियां हो चुकी थी अचानक युद्ध के हालात बन गए थे पहले हमने यह शादी निरस्त करने का मन भी बना लिया था लेकिन ईश्वर की कृपा से युद्ध रूक गया, तब हमने शादी के सभी कार्यक्रमों को यथावत रखा ,जो फंक्शन रात को होने थे वो अब दोपहर में करने का निर्णय लिया गया है. इस दौरान जिला प्रशासन की सभी गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा। वहीं गंगाशहर निवासी जगदीश सोनी ने भी अपने बेटे की शादी दिन में करने का निर्णय लिया है, ताकि सरकार और प्रशासन के आदेशों का पूरी तरह पालना हो सके।मोनिका की शादी केवल एक पारिवारिक आयोजन नहीं, बल्कि ज़िम्मेदारी और सामाजिक जागरूकता की मिसाल बन गई है. ऐसे वक्त में जब देश युद्ध जैसे हालातों से गुजर रहा हो, तब निजी खुशियों को राष्ट्रहित के अनुरूप ढालना एक साहसिक कदम है।

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