
बीकानेर। जिले के किसान वीएमडी नहर की मरम्मत को लेकर गहराए संकट से परेशान हैं और अब आंदोलन की राह पर हैं। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही नहर के पुनर्निर्माण कार्य को शुरू नहीं किया गया, तो वे 4 जुलाई 2025 से कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर गांधीवादी तरीके से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे। किसानों ने इस आशय का एक ज्ञापन प्रशासन को सौंपा है।दो वर्ष पूर्व राज्य सरकार द्वारा वीएमडी नहर की मरम्मत के लिए ₹24 करोड़ की स्वीकृति दी गई थी। इसके तहत 108 आरडी तक नहर की मरम्मत होनी थी। लेकिन जानकारी के अनुसार, मात्र 5 से 6 आरडी तक ही कार्य हुआ, इसके बाद ठेकेदार द्वारा कार्य रोक दिया गया और तब से अब तक नहर का निर्माण कार्य पूरी तरह बंद पड़ा है। नहर इस समय पूरी तरह क्षतिग्रस्त अवस्था में है, जिससे टेल क्षेत्र के कई चकों तक पानी नहीं पहुंच रहा है और बीजाई पर गंभीर संकट छा गया है।किसानों ने बताया कि वर्ष 2024 से अब तक वे अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, अतिरिक्त मुख्य अभियंता और मुख्य अभियंता को कई बार लिखित और मौखिक रूप से इस समस्या से अवगत करवा चुके हैं। अतिरिक्त मुख्य अभियंता ने तो 10 दिनों में कार्य शुरू करवाने का आश्वासन तक दिया था, लेकिन वह आश्वासन आज तक केवल कागज़ों तक ही सीमित रह गया।किसानों ने स्पष्ट किया है कि जो ठेकेदार पहले नियुक्त किया गया था, वह कार्य में पूरी तरह विफल रहा है। ऐसे में पुराना टेंडर तत्काल निरस्त कर नया टेंडर निकाला जाए और मरम्मत कार्य को शीघ्र प्रारंभ किया जाए, ताकि किसानों की फसलें बच सकें और सिंचाई व्यवस्था सामान्य हो सके।ज्ञापन में किसानों ने बताया कि अगर प्रशासन अब भी आंखें मूंदे बैठा रहा, तो वे 4 जुलाई से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे, और जब तक नहर का काम शुरू नहीं किया जाएगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस पूरे मामले की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।